तेरा इन्तजार होली में
तू आए तो मने दीवाली
मेरे दिल की खोली में
और फ़िर ऐ जानेमन
आए मुन्ना या मुन्नी
हर साल तेरी झोली में
जो बात है तेरी आंखो में
कहां वो किसी बन्दूक की गोली में
राधा का श्याम है वो तो-मीरा का श्याम है
गोपियों मे मिल जाएगी इक आध मुझे भी
यह सोच के बना था मैं ‘श्याम सखा’ ग्वाल टोली में
पर मीरां राधा ही नही
फ़िदा थीं सब गोपियां श्याम पर
नहीं टपका कोई हसीन आम मेरी झोली में
बुरा न माने कोई गोपी
और ‘श्याम’ जी आप भी
मुझको चढी है इस बार भी भांग होली में
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यही तो होली की मस्ती है
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हा हा!! बड़े सारे मुन्ना मुन्नी आ लिए एकाएक,,,उपर वाले की बड़ी कृपा है...होली मुबारक...बुरा न मानो, होली है.!!
ReplyDeleteमजेदार पोस्ट. काफी मेहनत की है आपने.
ReplyDeleteहोली की ढेर सारी शुभकामनाएँ.
हा हा हा !!! बढ़िया है ।
ReplyDeleteबहुत खूब श्याम जी आप का ये अंदाज़ बहुत दिलकश लगा...सही भांग चढ़ी है आपको...
ReplyDeleteनीरज
मजा आ गया आपकी गोली में ... होली की शुभकामनाएं
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को होली पर्व की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
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