२
खूबसूरत
लड़कियाँ
छोटी हों
जवान हों
बूढ़ी हों
खूबसूरत होती हैं
लड़कियाँ
वाकई में खूबसूरत होती हैं
क्योंकि
वे झट से
घुल-मिल जाती हैं
हर लड़की से
बॉंट लेती हैं
अपने और औरों
छोटे-छोटे
दुख-दर्द
या सुख
पनघट पर
ऑफ़िस के प्रसाधन कक्ष में
या चलती बस -ट्रेन में
एक अनजान सहयात्री
लड़की या महिला से
हऑ
हँस लेती हैं
बात पर
बिना बात भी
मगर पुरूष
कैद रहता है
अपनी तथा कथित
गम्भीरता में
लड़कियां
वाकई
खूबसूरत होती हैं
क्योंकि
लड़कियों से खूबसूरत
और कोई नहीं
होता ।
२
अच्छा-बुरा
लड़के
बुरे नहीं होते
वे तो
प्यार करते हैं लड़कियों से
लड़के बुरे
हो जाते हैं
जब वे
पा जाते हैं
पति होने का अधिकार।
मेरे कविता संग्रह ‘औरत को समझने के लिये’ से
मेरी एक नई गज़ल
दीवाने की कब्र खुदी तो-गज़ल
यहां देख सकते हैhttp://gazalkbahane.blogspot.com/
लड़कियाँ हर रुप में अलग अहमियत रती है...भाव मे भी और सम्मान में भी!!
ReplyDeleteलड़की या महिला से
ReplyDeleteहँस लेती हैं बात पर
बिना बात भी
मगर पुरूष कैद रहता है
अपनी तथा कथित गम्भीरता में
बहुत सही कहा ...लड़कियां खूबसूरत ही होती हैं ...अपवादों को छोड़ कर ..
लड़के बुरे हो जाते हैं
जब वे पा जाते हैं
पति होने का अधिकार।
अपवाद इनमे भी होते हैं ...!!
bahut khoob
ReplyDeletebareek kaam
kaareegaree kamaal ki
बहुत अच्छी रचना...बधाई...
ReplyDeleteनीरज
(1)
ReplyDeleteलड़कियों से ख़ूबसूरत
होता है -
उनका व्यवहार!
और
यह भी सच है -
लड़कियाँ कभी बूढ़ी नहीं होतीं!
(2)
लड़के बुरे
हो जाते हैं -
पर
पति होने का अधिकार
पाकर नहीं,
पति बनने के बाद!
और
यह भी सच है -
सब के सब नहीं!
लडकियां शक्ति, इनर्जी होतीं हैं, माया- सदा लुभावनी,खूब्सूरत होती है । पुरुष - कर्ता, ठोस व्यवहारिक, अहं-रूप; अतः पहले वह भटक कर मोहित होता है , फ़िर ठगे जाना महसूस करके , अकड जाता है।
ReplyDelete-----विग्यान के अनुसार ,व्यक्ति मेन स्त्री व पुरुष दोनों के सम्मिलित गुण होते हैं!!??
हाः हाः क्या कहूँ और क्या लिखूँ। लड़कियों की तारीफ सुन कर तो अच्छा ज़रूर लगता है पर लड़कियाँ सृजनात्मक क्षमता रखती हैं और पुरूष में भी सुन्दरता ढ़ूढ़ लेती हैं, वह अकड़ू हों तो भी उन्हें सुधार लेती हैं। बस इस पर निर्भर करता है उस लड़की का लालन पालन किस प्रकार किया गया है।
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