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दोस्तो,मैं इस ब्लाग पर अपनी प्रकाशित रचनाएं/ कविता कहानी तथा गीत आदि पोस्ट करता हूं ज़े सभी रचनाएं पुस्तक रूप में एवम अनेक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं अत: इनका कापी राइट मेरे पास है.इन्हे कहीं उद्धृत करने के लिये आप अनुमति ले सकते हैं-श्याम सखा श्याम
बहुत बढिया रचना !!
ReplyDeleteसुंदर कविता,
ReplyDeleteआत्मविश्वास बढ़ाता है,
धन्यवाद
housala kam nahi hogi ..........kawita bhi kuchh yahi kah rahi hai
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति, आभार ।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteअच्छी रचना .
ReplyDeleteis hausle k liye vishesh badhaai !
ReplyDeletehausla hai toh ghosla hai
बहुत ही ्सुंदर जिन्दा दिल.
ReplyDeleteधन्यवाद
सखा जी बहुत सुन्दर कविता
ReplyDelete---
मिलिए अखरोट खाने वाले डायनासोर से
बेहतरीन प्रस्तुति, धन्यवाद.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया कविता है.
ReplyDeleteहौसला बुलंद करने वाली कविता है.
ye do boond hausla hi to hain kamaal cheez...... ek anmol rachna ke liye badhai
ReplyDeleteइस सुन्दर हौसले के लिये बधाई.
ReplyDeleteसाहित्य का असर समाज पर पड़ता है। बस हौसला बढ़ाने वाली ऐसी कविताएं पढ़ने को मिलती रहें, जिन्दगी खुद बखुद सुन्दर बन जाएगी।
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