पुरुष
जंग लड़ता है
जंग जीतता है
जंग हारता है
औरतें
जंग लड़ती नहीं
सिर्फ जंग जीतती हैं।
हर सप्ताह मेरी एक नई गज़ल व एक फ़ुटकर शे‘र हेतु
http://gazalkbahane.blogspot.com/
!!!
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दोस्तो,मैं इस ब्लाग पर अपनी प्रकाशित रचनाएं/ कविता कहानी तथा गीत आदि पोस्ट करता हूं ज़े सभी रचनाएं पुस्तक रूप में एवम अनेक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं अत: इनका कापी राइट मेरे पास है.इन्हे कहीं उद्धृत करने के लिये आप अनुमति ले सकते हैं-श्याम सखा श्याम
क्या बात कही है बन्धु !!!!, यही तो फर्क है औरत और आदमी में । वह औरत है शायद इसी लिऐ बिना लडे ही हमेशा जीतती ही है....
ReplyDeleteवाह बहुत बढ़िया! चंद पंक्तियों में आपने सच्चाई को बखूबी प्रस्तुत किया है!
ReplyDeleteओरतें क्यों जीतती हैं इसका प्रमाण उपरोक्त दोनों टिप्पणियों से समझा सकता है - rakesh kaushik
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